* सर्दियों में त्वचा रूखी होने की वजह से पैरों में बिवाइयाँ पड़ जाती हैं, इनसे बचने के लिए सरसों के गरम तेल से सिकाई करना चाहिए।
* दिल के मरीजों को भोजन में सोयाबीन का तेल प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होता है।
* कब्ज दूर करने के लिए सब्जियों में लहसुन डलाकर पकाएँ, हर रोज लहसुन का प्रयोग करने से कब्ज नहीं रहता।
* पूरे शरीर में दर्द होने पर सोडाबाईकार्बोनेट व कच्ची फिटकरी दोनों को समान मात्रा में 1-1 ग्राम पीसकर इसे गरम पानी के साथ लेने से काफी आराम होता है।
* गैस होने पर पिसी सौंठ में स्वाद के अनुसार नमक मिलाकर गर्म पानी से यह सौंठ लेने से फायदा होता है।
* नींद न आने की बीमारी में ज्यादा मात्रा में दही खाना या एक गिलास पानी में 2 छोटे चम्मच शहद मिलाकर पीना लाभप्रद होता है।
* जख्मों पर पड़े कीड़ों का नाश करने के लिए हींग पावडर बुरक दें।
* दाढ़ दर्द के लिए हींग रूई के फाहे में लपेटकर दर्द की जगह रखें।
* शीत ज्वर में ककड़ी खाकर छाछ सेवन करें। शराब की बेहोशी में ककड़ी सेवन कराएँ।
* अरहर के पत्तों का रस पिलाने से अफीम का नशा कम हो जाता है।
* आधी छटाँक अरहर दाल पानी में उबालकर उसका पानी पिलाने से भाँग का नशा कम हो जाता है।
* बिना दूध व शकर की अदरक वाली चाय पीने से भी पेट दर्द ठीक होता है।
* अजवाइन को कुछ देर चबाने के बाद एक कप गर्म पानी पी लेने से पेट दर्द से छुटकारा मिल जाता है।
एक टिप्पणी भेजें