08 मई 2011

कैसे बढ़ाए मित्रता

लोगों को जानें
सबसे पहले लागों को जाने। नए लोगों को पहचानें। उनका स्वभाव कैसा है, क्या पसंद है, क्या नहीं। उनके विचार आपसे कितने मिलते हैं, यह सब जानें। बाहर कितने लोग ऐसे हैं, जो आपको जानते हैं, आपसे पहचान बढाना चाहते हैं और आपको पसंद करते हैं, यह जानें। वेबसाइट पर सोशल नेटवर्किंग जॉइन करें। सोशल एक्टिविटी या क्लब में जाएं। नए-नए लोगों से मिलें। उन्हें जानने की कोशिश करें। क्या पता उस भीड में कोई आपका दोस्त बन जाए। जो आपको समझ सके और जिसे आप समझ सकें।

अच्छे श्रोता बनें
कई बार बोलने से भला सुनना होता है। अच्छे संबंध बनाने के लिए अच्छा श्रोता होना जरूरी है। एक अच्छा श्रोता दूसरे के जीवन के बारे में गहराई से जान सकता है। दूसरों के जीवन में रुचि दिखा सकता है। कितनी बार ऐसा होता कि आप दूसरे की बात समझ पाते हैं? दूसरे की बात को ध्यान से सुनते हैं? दूसरे को सुनना, समझना और भावनाओं को महसूस करना कम ही लोग कर पाते हैं। अगर आप यह गुण विकसित कर लें तो आपसे अच्छे किसी के भी संबंध नहीं हो सकते। अगर आप दूसरे की बात ध्यान से सुनते हैं तो आप सच्चे मन से अपनी भावनाओं को उसके प्रति व्यक्त कर सकते हैं।

जो हैं वही नजर आएं
अगर आप दिखावा करते हैं, यानी जो आप नहींहै, वह बनने की कोशिश करेंगे तो कभी खुश नहीं रह पाएंगे। नए संबंध बनाने और पुराने संबंध से बाहर निकलने का सबसे बढिया फार्मूला है, जो आप हैं वही रहें। किसी के साथ छल या दिखावा न करें। जिस दिन आप खुद के बारे में सच-सच बताना सीख लेंगे उस दिन आप हर संबंध में सफल हो जाएंगे। क्या आप किसी मूवी को देखने के लिए इसलिए राजी होते हैं, क्योंकि आपका दोस्त उसे देखना चाहता है? या फिर वास्तव में आपको भी फिल्म देखने में रुचि है? कुछ काम दूसरों की खुशी के लिए भी करने चाहिए यह बात सच है, लेकिन खुद को सच साबित करना भी अहम है। अगर आपको मूवी देखना पसंद नहींतो यह बताने में हिचक न महसूस करें कि आप अपने दोस्त की पसंद के खातिर फिल्म देखने के लिए राजी हुए हैं।

जरूरी है आत्मविश्वास
पूरे आत्मविश्वास के साथ दूसरों के कॉम्पि्लमेंट को स्वीकारें और धन्यवाद दें। जब दूसरों से मिलें और बात करें तो आंख से आंख मिलाकर बात करें। इससे आपका आत्मविश्वास झलकता है।
साथ ही यह भी पता चलता है कि आपकी बातों में कितनी सच्चाई है। आप दूसरे की बात में कितनी रुचि ले रहे हैं। जो करना चाहते हैं, उसे आत्मविश्वास के साथ पूरा करें। यही बात दूसरे भी पसंद करते हैं। इस तरह आपके संबंधों का दायरा बढता जाएगा। जब दूसरे आपके बारे में जानने लगेंगे तो वे आप में रुचि भी लेंगे।

बिना सोचे-समझे रिश्ते न बनाएं
आप अकेलेपन से बोर हो चुके हैं? क्या आप बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड बनाना चाहते हैं? या फिर आप किसी ऐसी गर्ल फ्रेंड के इंतजार में हैं, जिसे अपनी बाइक में पीछे बैठाना चाहते हैं? खुद से पूछें कि आप किसी से संबंध या रिश्ते क्यों बनाना चाहते हैं? उस रिश्ते में क्या खोजना चाहते हैं? उस रिश्ते से क्या हासिल करना चाहते हैं? क्या आप संबंध बनाने के लिए तैयार हैं? इन बातों पर विचार करने के बाद ही किसी से संबंध जोडने में ही समझदारी है। आप अकेले हैं और बस दोस्ती या संबंध बनाना चाहते हैं, इस चक्कर में बिना सोचे-समझे संबंध न बनाएं।

नई जगह खोजें
नए लोगों से मिलने के लिए नई जगह खोजें। शॉपिंग मॉल, म्यूजियम, बुक क्लब, हेल्थ क्लब या जिम जाएं। सोशल क्लब जॉइन करें, जहां आप दूसरों को जान सके मिल सकें और उनके शौक को जान सकें। किसी आमंत्रण को टालें नहीं जरूर जाएं। सामाजिक दायरा बढाने से नए-नए लोगों से परिचय होगा और आपकी मित्रता भी बढेगी। योग क्लासेज जाएं, वहां लोगों से मिलें-जुलें।

अच्छे दिखें, अच्छा महसूस करें
सौंदर्य हर किसी को आकर्षित करता है। इसलिए खुद से प्यार करें और अच्छा महसूस करें। अच्छे और स्मार्ट बनने की कोशिश करें। आपको स्वत: ही खुशी महसूस होगी। अगर आपका वजन अधिक है तो उसे संतुलित करने की कोशिश करें। अपने चेहरे पर सूट करने वाला नया हेयरकट लें। 

पार्लर जाएं और ग्रूमिंग क्लासेज लें। कपडों का अच्छा कलेक्शन पसंद करें और जो आप पर अच्छा लगे पहनें। एक कंप्लीट मेकओवर कराएं। अच्छी चीज से सभी लोग प्रभावित होते हैं। खुद में अच्छा महसूस करने पर आपमें आत्मविश्वास भी झलकने लगेगा। मदर टेरेसा ने ठीक ही कहा था कि एक-दूसरे के लिए मुस्कराएं। अपनी पत्नी के लिए मुस्कराएं, अपने पति के लिए मुस्कराएं, अपने बच्चे के लिए मुस्कराएं। यह न देखें कि वह कौन है, बस मुस्कुराती रहें, फिर देखें कि आपके चाहने वालों की कतार खडी जाएगी। दूसरों से बहुत अपेक्षाएं न रखें, बस खुद से कोइ गलती न होने पाए, इस बात का पूरा खयाल रखें।

छल, कपट के बिना आप दूसरों की मदद करें, सम्मान करें और मुस्कराएं, आपके संबंध प्रगाढ होते जाएंगे।