अधिकतर रत्न धारक रत्न धारण करने के बाद ये समझते रहते हैं कि मैं तो अमुख रत्न धारण कर लिया हूँ, अब मुझे आजीवन कष्ट नहीं हो सकता बल्कि लाभ ही होगा। परन्तु ऐसा नही है वास्तविक जीवन में कोई भी राशि का जीवन रत्न को भी आजीवन धारण नहीं किया जा सकता। ऐसे अनेकों लोगों की रूद्राक्ष द्वारा जांच करके देखा गया है, जातक जीवन रत्न है समझ कर धारण किये थे, परन्तु उन्हें कुछ समय पश्चात् कुछ तकनीफें होने लगी, जांच उपरान्त ये पाया गया कि जो रत्न धारण किया है तकलीफ उसी से है, उसे उतारने पर बिना किसी और रत्न धारण के तकलीफें दूर हो जाती है। रत्न बहुत शक्तिशाली होते हैं इनसे खिलवाड़ नहीं करना चाहिये। इसी लिए कहते है कि असमय अनावश्यक रत्न धारण करना हानिकारक भी हो सकता है।
07 अप्रैल 2010
कोई भी रत्न आजीवन धारण किये जाने पर हानिकारक हो सकता है।
Posted by Udit bhargava at 4/07/2010 07:29:00 pm
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