अगर जोश व हिम्मत जुनूनी हद तक हों, तो कोई भी ख्सेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें महिलाएं पुरुषों के साथ कदम मिलाकर नहीं चल सकती हैं, फिर चाहे वो पुलिस फ़ोर्स की कठिन जीवन सहिली हे क्यों न हो। वर्तमान में पुलिस बालों में भी महिलाओं के लिये वेकैंसीज निकाले जाती हैं, जिसमें नियुक्तयाँ गृह मंत्रालय द्वारा केंद्रीय स्तर पर की जाती है, लेकिन कभी-कभी रिक्तियों के अधिक होने के कारण सम्बंधित मुख्यालय द्वारा भी समय-समय पर भर्ती की जाती है।
किरण बेदी जैसी महिलाओं से प्रेरणा लेकर और कुछ ख़ास करने क़ी चाह में युवतियां इस करियर की और आकर्षित हो रही हैं। यदी आप भी महिला पुलिस बल में अपना भविष्य संवारना चाहती हैं, तो आपको शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत होना पड़ेगा, ताकि विषम परिस्थितियों में भी लगातार कई घंटों तक कार्य करने की क्षमता उत्पन्न हो सके। महिलाओं के लिये रिक्तियां केंद्रीय पुलिस संगंथान (सीपीओ) के केंद्रीय रिसर्व पुलिस बल (सीआर्पीएफ़) केंद्रीय औधोगिक सुरक्षा बल (CISF) और आवश्यकता अनुसार सम्बंधित प्रदेश मुख्यालय द्वारा कान्स्ताब्ले व उपनिरीक्षकों के पद के लिये निकाली जाती है।
महिला कांस्टेबल
इस पद के लिये अभ्यर्थी के उम्र 18 से 25 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। अनुसूचित जाती/जनजाति के लिये उम्र में 5 वर्ष की छूट दी जाती है व न्यूनतम लम्बाई 5 फीट 3 इंच होनी चाहिय। शैक्षिक योग्यता न्यूनतम दसवीं पास होना माँगा जाता है। इसकी भरती के लिये पहले शारीरिक परीक्षा का आयोजन होता है। इसे पास करने के बाद लिखित परीक्षा होती है। इसकी समय अवधि डेढ घंटे होती है। इसमें सामान्य ज्ञान और सामान्य भाषा से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
महिला उपनिरीक्षक
इसके लिये शैक्षिक योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्विद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना अनिवार्य है। शारीरिक योग्यता के लिये न्यूनतम लम्बाई 157 सेमी व नियमानुसार छूट मिलती है। एनसीसी का बी या सी प्रमाणपत्र या खेलकूद के प्रमाणपत्र प्राप्त को अतिरिक्त फायदा मिलता है। इस परीक्षा में सर्वप्रथम लिखित परीक्षा पास करनी होती है, जो दो चरणों में आयोजित की जाती है। प्रथम व द्वित्य दोनों चरणों के प्रश्न पत्र 2-2 घंटे के होते है। प्रथम प्रश्न- पत्र 250 अंकों का व दूसरा 150 अंकों का होता है।
तैयारी कैसे करें
इसका सिलेबस बहुत ज्यादा होता है, इसलिये सिलेबस को ध्यान में रखकर ही तैयारी करने चाहिए। पहले प्रश्नपत्र में राजव्यवस्था, इतिहास, भूगोल, संविधान, पर्यावरण, सामान्यज्ञान, सामान्य गणित, सामान्य अंग्रेजी, खेल, वाणिज्य, सूचना व जैव तकनीक आदि से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
इतिहास विषय के अंतर्गत प्राचीत, मध्यकाल, आधुनिक, इतिहास से रिलेटेड प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिये इनके महत्वपूर्ण बिन्दुओं का विस्तृत अध्यन्न करना चाहिए। राजव्यवस्था व संविधान जैसे विषयों की तैयारी के लिये इन विषयों के शिक्षकों व एक्सपर्ट से विचार-विमर्श करना चाहिए। भूगोल विषय के लिये महत्वपूर्ण मानचित्रों को अपने स्टडी रूम में लगा लेना चाहिए, जिससे कभी-कभार उन मैप्स आदि पर ध्यान जाता रहता है। इसके साथ ही अतिरिक्त जनजाति, पठार, वन व पहाड़ों आदि की जानकारी रखना भी जरुरी है, पर्यावरण और सूचना तकनीक जैसे विषयों पर वर्त्तमान परिस्थितियों के कारण अनेक संगठन सेमीनार आदि आयोजन करते रहते हैं, इसलिये इनकी तैयारी के लिये सहभागिता करना अच्छा रहता है। तर्कशक्ति परिस्शन के लिये अच्छी प्रेक्टिस होनी जरुरी है। इसके प्रश्न साधारणतय सिधान्तों पर ही आधारित होते हैं, जिनको ठीक तरह से समझ कर हल करना चाहिए। इसके लिये बाजार में माडल पेपर मिल जाते हैं। सामान्य ज्ञान, संस्कृति, खेल आदि क़ी तैयारी के लिये ताजा घटनाओं क़ी जानकारी रखना चाहिए। इसके अतिरिक्त मासिक व पाक्षिक प्रतियोगी मैग्न्जीन व एडिटोरिअल पेज भी काफी हद तक अच्छे अंक दिलाने में कारगर साबित होते हैं।
द्वित्य प्रश्नपत्र में लेख, संक्षेप व बहुधा समसामयिक घटनाओं पर आधारित वर्णनात्मक प्रश्न आते हैं। लेख हिंदी या अंग्रेजी दोनों में से किसी भी भाषा में हो सकता है, लेकिन संक्षेपण का मीडियम केवल अंग्रेजी भाषा होता है। लेख आदि लिखने के लिये प्रतिदिन लेखन का अभ्यास करना चाहिए। बेहतर होता है क़ी लेख में कठिन शब्दों की उपेक्षा प्रचलित शब्द ही प्रयोग किये जाएँ।
लेख लिखते समय शब्द सीमा का ध्यान रखना चाहिए। सामान्य प्रश्नों की तैयारी करते समय टीचर व सफल कैंडीडेट्स की हेल्प लेनी चाहिए। माडल पेपर व पिछले वर्षों के पेपर को हल करना चाहिए। परीक्षा क़ी तैयारी के लिये समय सारणी बनाना उपयुक्त रहता है, जिससे वह सुविधा रहती है क़ी किस विषय को कितना समय देना चाहिए, क्योंकि कुछ विषयों को परीक्षा क़ी तैयारी को ध्यान रखते हुए अधिक समय भी देना पड़ता है। लिखित परीक्षा पास करने वाली सफल कैंडीडेट्स का ही फिजिकल टेस्ट लिया जाता है, जिसके अंतर्गत सबसे पहले उनका मेडिकल टेस्ट किया जाता है। फिजिकल टेस्ट में सफल होने के बाद ही अभ्यार्थियों को साक्षात्कार के लिये बुलाया जाता है। इंटरव्यू 200 नंबर का होत्ता है।
इसमें उमीदवारों के व्यक्तित्व का टेस्ट आदि किया जाता है। इसमें चयनित अभ्यर्थियों का ही चयन अंतिम माना जाता है। एक अच्छे अभ्यर्थी को चाहिए क़ी वह अपनी तैयारी को सही तरीके से करे। एक टाइम-टेबल के अनुसार तैयारी होनी चाहिए।
वैसे देखा जाए, तो यह क्षेत्र प्रमुख रूप से पुरषों के लिये अधिक जाता जाता है, लेकिन महिलाओं के लिये भी अब इस क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का पूर्ण अवसर प्राप्त होता है।
18 मार्च 2010
अवसर - युवतियों के लिये अवसर
Posted by Udit bhargava at 3/18/2010 08:18:00 am
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