पीलिया
· यदि कोई पीलिया रोग से पीड़ित हों तो कच्चे पपीते का रस 11 बूंद एक बताशा पर डालकर 15 दिन तक खाने से पीलिया रोग दूर हो जाता है।
· गर्म पानी या पोटेशियम परमैंगनेट में मूली को धोकर पत्ते सहित, गुड़ के साथ प्रात: तथा दोपहर में सेवन करने से पीलिया रोग जड़ से समाप्त हो जाता है।
न्यूमोनिया
· लहसुन का रस एक चम्मच गर्म पानी में मिलाकर पिलाने से न्यूमोनिया में फायदा होता है।
· न्यूमोनिया हो जाने पर तारपीन के तेल में कपूर मिलाकर रोगी की छाती पर मालिश करने से शीघ्र आराम मिलता है।
आंतों की सूजन
· मैथी दाने की चाय ज्वर को कम करने में कुनेन जैसा कार्य करती है। यह पेय शरीर का आंतरिक शोधन करता है। शेषमा को घोलता है, पेट और आंतो की सूजन ठीक करने में सहायक होता है।
बाल बढ़ाने के लिए
· 100 मिली। नारियल का तेल लेकर उसमें 3 ग्राम कपूर मिला लें। इस तेल का इस्तेमाल सिर में प्रतिदिन रात में करें सिर पर उंगलियों के पोरों से अच्छी तरह तेल लगाकर मालिश करें। पंद्रह दिनों में ही रूसी समाप्त हो जाएगी एवं जुएं भी मर जायेंगी।
नशा उतारना
· एक कप पानी में नींबू के रस में जामुन के पत्ते पीसकर पीने से भांग का नशा गायब हो जाता है।
· शराब का नशा होने पर दो चम्मच घी और इतनी ही चीनी मिलाकर पीने से नशा धीरे-धीरे उतरने लगता है।
नाखूनों की देखभाल
· नाखूनों पर चमक व लाली लाने के लिए मधुमक्खी के छत्ते के मोम की मालिश करना अच्छा रहता है।
· नाखूनों पर आये धब्बे हटाने के लिए आलू या नींबू का टुकड़ा मलना अच्छा रहता है। हाइड्रोजन पराक्साइड की कुछ बूंदों को रुई पर लेकर साफ करने से भी ये धब्बे हटाये जा सकते हैं।
काले दाग
· चेहरे के काले दागों से छुटकारा पाने के लिए उड़द की दाल को भिगोकर पीस लें। फिर इसमें नींबू रस की कुछ बूंदें व चुटकी भर हल्दी मिलाकर लेप बना लें। इसे उबटन की तरह चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से रगड़कर साफ करें। कुछ दिनों में ही काले दागों से छुटकारा मिल जाएगा।
मुख रोग:-
· मुंह में छाले पड़े हों, मसूढ़ों से खून आता हो, दांत हिल रहे हो तो गूलर की छाल या पत्तों का काढ़ा बनाकर उसे मुंह में कुछ समय तक रख कर कुल्ला करके थूक दें, ऐसा दिन में 3-4 बार नियमित रूप से 15 दिनों तक करें। सभी शिकायतें दूर हो जाएंगी।
कान बहना
· 200 मि.ग्रा. सरसों के तेल में 10 ग्राम रतनजोत डालकर पकाएं। जब रतनजोत जलने को हो तो तेल को उमार कर छान लें। इस तेल की 2-2 बूंद सुबह-शाम प्रतिदिन कान मे डालने से कान का बहना बंद हो जाता है।
· लौंग 10 ग्राम, केशर 3 ग्राम, चमेली का तेल 50 ग्राम लेकर आग पर पकाएं। जब धुंआ उठने लगे तो उतारकर छान लें और शीशी में रख लें। इसे 2-3 बूंद कान में डालने से कान के सभी रोग दूर होते हैं।
उच्च रक्तचाप
· रक्तचाप में रात्रि सोने से पहले बादाम के तेल की 5-5 बूंद नाके नथुनों में डाले। उच्च रक्तचाप में बहुत लाभकरी सिद्ध होता है।
· दो चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर सुबह-शाम पीने से उच्च रक्तचाप कम होता है।
· उच्चरक्त चाप में नारंगी संतरे का सेवन अत्यंत लाभकारी है, उच्चरक्तचाप का रोगी दो-तीन दिन तक केवल नारंगी के रस का ही सेवन करें और दूसरा कोई अन्य या पेय पदार्थ न ले, तो उच्चरक्तचाप सामान्य हो जाता है।
19 मार्च 2010
घरेलु उपचार 4
Posted by Udit bhargava at 3/19/2010 09:11:00 am
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एक टिप्पणी भेजें