मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन आईटी से संबंधित भारत का सबसे विकसित होने वाला रोजगार है। मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन का कारोबार प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। इसके फैलते दायरे को देखते हुए इसमें रोजगार की संभावनाएँ भी तेजी से बढ़ती जा रही हैं। आज के दौर में लगभग साढ़े तीन लाख मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्टों की जरूरत है।
भारत के अलावा विदेशों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। कोर्स करने के उपरांत किसी अस्पताल या घर पर बैठे ही ट्रांसक्रिप्शन सर्विस के रूप में सेवाएँ दी जा सकती हैं। इसके अलावा किसी डॉक्टर, इंश्योरेंस कंपनी, मेडिकल बुक पब्लिशिंग में भी अवसर उपलब्ध हैं।
मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन में खासकर सुपरवाइजर, एडिटर क्वालिटी कंट्रोलर, ट्रेनर आदि से संबंधित पद होते हैं। इस क्षेत्र में पैसा भी भरपूर है। देश में ऐसे कई संस्थान हैं, जो मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन के ट्रेनिंग कार्यक्रम संचालित करते हैं। महानगरों में ऐसी कई कंपनियाँ हैं जिन्होंने मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन के लिए विदेशों से अनुबंध कर रखा है।
ये कंपनियाँ बायोलॉजी पृष्ठभूमि वाले युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार दे रही हैं। मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान हैं : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, एच-15, साउथ एक्सटेंशन, पार्ट-1, नई दिल्ली/ शिवम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, डी-53, ओखला इंडस्ट्रियल एरिया, नई दिल्ली-20/ गुडविल स्कूल ऑफ मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, 202, पैन एशिया बिजनेस सर्विसेज, विट्ठल म्लया रोड, बेंगलुरू।
18 मार्च 2010
करियर विकल्प - मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन का कोर्स कहाँ से करें
Posted by Udit bhargava at 3/18/2010 03:42:00 pm
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