08 जनवरी 2010

अविवाहित किस दिशा में सोएँ

जिससे शीघ्र विवाह हो

आज चीनी ज्योतिष का प्रचलन बढ़ता ही चला जा रहा है। चीन ज्योतिष भारतीय ज्योतिष का मिला-जुला ही रूप है। फर्क इतना है कि हमारी विद्या प्राचीन मनीषियों तक ही सीमित रही और काफी काल तक विलुप्त ही रही लेकिन अब ज्योतिष के प्रति रुझान अधिक बढ़ने लगा है। इस क्षेत्र में काफी अनुसंधान व निरंतर प्रयोग चल रहे हैं। यहाँ पर कुछ अनुभूत जानकारियाँ हमारे पाठकों को दी जा रही हैं, ताकि हमारे पाठक अधिक से अधिक इसका लाभ लें।अविवाहित युवक हो या युवती जिसका विवाह नहीं हो रहा है और अनेक बाधाएँ आ रही हैं, उन्हें घर के नैऋत्य कोण अर्थात दक्षिण-पश्चिम दिशा वाले कोण में सोना चाहिए, इससे शीघ्र विवाह योग बनेंगे। यदि किसी परिवार में अलग से कमरा न हो तो वह नैऋत्य कोण वाली जगह में सोएँ और लाभ पाएँ।
चीन ज्योतिष भारतीय ज्योतिष का मिला-जुला ही रूप है। फर्क इतना है कि हमारी विद्या प्राचीन मनीषियों तक ही सीमित रही और काफी काल तक विलुप्त ही रही लेकिन अब ज्योतिष के प्रति रुझान अधिक बढ़ने लगा है।

कुँवारे लड़के या लड़कियों के शयन कक्ष में हरे पौधे या फूलों का गुलदस्ता नहीं रखें। फेंगशुई में इसे लकड़ी तत्व को माना है एवं लकड़ी तत्व येंग ऊर्जा को बढ़ाता है, अतः येंग ऊर्जा अधिक होगी तो विवाह में बाधा पैदा करेगी। शयन कक्ष में गहरे व लाल रंग के पुष्प कदापि न हों क्योंकि ये शुभ नहीं माने जाते। सफेद रंग के परदे या सोने के बिस्तर पर सफेद रंग की चादर शुभ रहेगी। टी।वी., टेलीफोन या कम्प्यूटर भी न शयन कक्ष में रखें, न ही किताबों को रखें क्योंकि इनके होने से सोने में बाधा रहेगी और नींद नहीं आएगी।
अविवाहित युवक या युवती को कभी भी दरवाजे के सामने सिर या पाँव नहीं रखना चाहिए। नैऋत्य कोण में क्रिस्टल का झाड़ रखें तो उत्तम रहेगा। नैऋत्य कोण वाले कमरे में प्रेमी युगल के चित्र लगाएँ, मोर-मोरनी या लव बर्ड्स के चित्र भी लगा सकते हैं।
शयन कक्ष में हल्के गुलाबी परदे लगा सकते हैं। इस प्रकार यदि अविवाहितों के लिए उपाय किए जाएँ तो विवाह से बाधा दूर होगी एवं उत्तम रिश्ते आने की संभावनाएँ अधिक बढ़ जाएगी।