बहुत सारे काम हैं। खत्म नहीं होते। बहुत सारे तनाव हैं, बढ़ते ही जाते हैं। एक जान, हजार काम। मरने की फुरसत नहीं। तो क्या करें? थोड़ी देर के लिए सब भूल जाएँ और अपना मनपसंद काम करें। एन्जॉय करें। आज स्टूडेंट्स की लाइफ वास्तव में बहुत बिजी हो गई है। टफ कॉम्पटिशन और बेहतर करियर बनाने का उस पर अभूतपूर्व दबाव है। इसी दबाव में रहते हुए वह अपनी लाइफ में संतुलन बनाने की कोशिश करता रहता है। कई बार वह मैनेज कर लेता है, कई बार नहीं कर पाता है। कॉलेज से लेकर कोचिंग क्लास के नोट्स से लेकर टेक्स्ट बुक, फैकल्टी के साथ लगातार डायलॉग, अपडेट रहने के लिए न्यूज पेपर्स, मैग्जीन्स पढ़ना और टीवी न्यूज चैनल्स देखना। इस बीच खानपान पर ध्यान देना, अपनी फिटनेस के लिए जिम जाना या घर पर एक्सरसाइज करना। और फिर यारी-दोस्ती निभाना। जाहिर है काम ही काम। लेकिन यह जरूरी भी है और कोई भी युवा इससे बच नहीं सकता। कुछ कर दिखाने की ख्वाहिश, परिवार और समाज का दबाव भी उसे लगातार मोटिवेट किए रहता है। लेकिन इन तमाम कामों के बीच स्टूडेंट्स को यह याद रखना चाहिए कि वह अपने लिए, अपने शौक के लिए कुछ वक्त निकाले। इसका एक ही तरीका है। तमाम तनावों और परेशानियों, तमाम तरह के दबावों और अपेक्षाओं को कुछ देर के लिए भुला दिया जाए। पूरी तरह से। और पूरे दिन में कभी ऐसा वक्त निकाला जाए जिसमें सिर्फ अपने साथ रहा जा सके। सब कुछ भुला कर सिर्फ अपने में डूब जाना। इसके कुछ तरीके हो सकते हैं। इन्हें आजमा कर आप कूल रह सकते हैं। रिलेक्स महसूस कर सकते हैं और रिफ्रैश हो सकते हैं। 1. मनपसंद म्यूजिक सुनें । आप एआर रहमान को पसंद करते हैं या माइकल जैक्सन को। आप पंडित शिवकुमार शर्मा को पसंद करते हैं या नुसरत फतेह अली खान को। या फिर कोई इंस्ट्रूमेंटल एलबम। मधुर धुनों और बोलों में कुछ देर के लिए सब कुछ भुला दें। 2. कोई मनपसंद किताब पढ़ सकते हैं। यह फिक्शनहो या नॉन फिक्शन। पोएट्री हो या जोक्स। या फिर इंस्पीरेशनल और मोटिवेशनल किताब ही क्यों न हो। 3. अपना मनपसंद टीवी सीरियल देखें, जिसे आप एन्जॉय करते हों। रब ने बना दी जोड़ी या मिले जब हम तुम। कभी-कभी कार्टून चैनल्स भी देखे जा सकते हैं। हो सकता है मिकी एंड डोनाल्ड की शरारतभरी हरकतें आपके चेहरे पर मुस्कराहट ला दें और आपका तनाव मिनटों में दूर कर दें। 4. इन दिनों कई म्यूजिक चैनल्स चौबीसों घंटे कुछ न कुछ सुनाते रहते हैं। इन पर आप कुछ गाने-देख सुन सकते हैं। कुछ गानों के रीमिक्स खासे लोकप्रिय हुए हैं। एमटीवी और वीएच-वन जैसे चैनल्स पर आप वेस्टर्न म्यूजिक का मजा भी ले सकते हैं और हिप-हॉप डांस का भी। 5. यदि आपको पेंटिंग या स्केचिंग में रुचि है तो सादे कागज पर रंग लगाएँ, अपनी कल्पना को आकार दें। कोई जरूरी नहीं कि आप आर्ट के बारे में जानते हैं कि नहीं। कई बार रंगों से खेलना ही तनाव सोख लेता है। 6. यदि आप कविताएँ लिखते हैं, डायरी लिखते हैं तो उसके लिए समय निकालें। जो भी आपके साथ हुआ, चाहे अच्छा या बुरा, उसे लिख लें। वह किसी भी माध्यम में हो सकता है। कविता, लघुकहानी, डायरी या बस यूँ ही टूटे-फूटे शब्दों में अपनी कोई बात। इससे न केवल मन हलका होगा बल्कि राहत भी महसूस करेंगे। 7. कभी शाम को यूँ ही अकेले टहलें। हवा को महसूस करें, ठंडी फुहारों को महसूस करें। शाम को जब मौसम खुला हो और आसमान में तारें हों तो उन्हें निहारें। प्रकृति का साथ भी राहत और सुकून देता है। अपनी खिड़की से सूर्यास्त देखें, पंछियों का घर लौटना देखें। उनकी आवाजें सुनें। ये छोटी-छोटी बातें कई बार जादुई असर करती हैं। 8. परिवार के साथ गप्पे लड़ाएँ, हँसी-मजाक करें। कितने दिनों से आपने अपने पेरेंट्स के साथ दो पल बैठकर बातें नहीं की होंगी। थोड़ा उनके साथ बैठें। ।
13 मार्च 2010
सब भूल, जस्ट कूल!
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सफलता का बीजगणित
संस्था क़ी छवि है तो आपकी छवि है
सपनों के पंख लगाओ, आसमान में छलांग लगाओ
सपनों को पूरा करने में मदद करते हैं सपनें
सुखी, सफल जीवन के सूत्र
तभी बने काम, जब गणपति करे आराम
द ग्रेट जीएम 'श्री गणेश' के फ़ंडे
वर्तमान को समझोगे तो अँधेरे में रहेगा भविष्य
यह मंत्र जपो, आगे बढ़ो
सफलता क़ी कुंजी
अपने व्यक्तित्व का विकास कैसे करें
आग लगाकर तमाशा देखने वाले खुद बन जाते हैं तमाशा
अंडे सेवे कोई बच्चे लेवे कोई
अँगूठा लगाओगे तो लोग दिखा देंगे अँगूठा
अपने भीतर झाँक, कम मत आँक
बहादुर ही माँगते और करते हैं क्षमा
चलोगे सत्य की राह तो पूरी होगी चाह
दिल जीतोगे तभी पा सकोगे सम्मान
डोंट टेक शॉर्टकट
एक उद्यमी की रेसिपी
हर व्यक्ति को मानोगे आत्मा तो हो जाएगा झंझटों का खात्मा
ईश्वर से नहीं, आदमी से डरता है आदमी
कभी रहो नरम तो कभी बनो गरम
कल को दुत्कारोगे तो नहीं बख्शेगा कल
कटा शीश भी जुड़वा सकता है गॉडफादर
खेलोगे-कूदोगे तो भी बन सकते हो नवाब
कुछ तो करो यार, मत करो जिंदगी बेकार
मिलती है प्रेरणा गर लेने की चाह हो
मित्र के दुःख का करें हरण न बनें दुःख का कारण
मुँह तक आते-आते छिन सकता है कौर
मूर्ति बनकर ही दिखा सकते हो सही रास्ता
नकारात्मक सोच से जल्द कर लें तौबा
नियोक्ता देखते हैं साइट पर कर्मचारी का प्रोफाइल
परोपकार में न लगे तो संपत्ति बन जाती है विपत्ति
पुरुषार्थ से बन जाता है वामन भी विराट
प्यार लुटाने की चीज है खर्च करने की नहीं
रिवीजन: अच्छे अंक लाने का मूल मंत्र
Posted by Udit bhargava at 3/13/2010 07:42:00 pm
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