07 मार्च 2010

घरेलु उपचार 1

एनीमिया
पांच ग्राम शहद और दस ग्राम गाय के मक्खन में तीन बूंद अमृतधारा मिलाकर प्रतिदिन खाने से शरीर की कमजोरी दूर होने के साथ ही नई ऊर्चा का संचार होता है।
सहजन की पत्तियों की सब्जी बनाकर खाने से लोहे की कमी से होने वाली अरक्तता दूर होती है।

गले के रोग
गले की खराश मिटाने के लिए सौ ग्राम पानी में दस ग्राम अनार के छिलके उबालें, इसमें दो लौंग भी पीस कर डाल दें। जब पानी आधा रह जाये तब 25 ग्राम फिटकरी कर गुनगुने पानी से गरारा करना चाहिए।
भोजन के बाद चुटकी भर काली मिर्च को एक चम्मच घी में मिलाकर खाने से बैठा हुआ गला और रुकी हुई आवाज साफ हो जाती है।

सिर दर्द
माथे पर दालचीनी को पीसकर लेप करने से सिर दर्द गायब हो जाता है।
यदि आप नारियल का पानी नाक में टपकायें, तो कुछ ही क्षणों में आधा सीसी का दर्द दूर हो जाता है।

कब्ज
सुबह-शाम एक-एक पके केले को पानी में उबालकर ठंडा कर सेवन करने से कब्ज से राहत मिलती है। गन्ने के रस में थोड़ा नीबू रस डालकर गुनगुना गर्म करके एक गिलास सुबह पीने से कब्ज दूर होती है।
बदहजमी
बदहजमी या आंतों में मल सूखने पर पेट में मरोड़ होता है। पेट में मरोड़ से राहत पाने के लिए हींग, सोंठ और काली मिर्च तीनों को बराबर मात्रा में बारीक पीस कर दो ग्राम चूर्ण भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ सुबह-शाम लेने से फायदा होता है।
हल्का भोजन करने के बाद काला नमक 5 ग्राम गर्म पानी में मिलाक र पीने से राहत मिलेगी।

गठिया या आमवात
गठिया रोग में लहसुन खाने से लाभ होता है।
100 ग्राम प्याज के रस में 100 ग्राम सरसों के तेल को मिलाकर एक शीशी में रख कर नियमित मालिश करने से जोड़ों के दर्द में विशेष लाभ होता है।