14 जुलाई 2010

अच्छे उपभोगता बनने के 15 तरीके ( 15 Ways to be a good checkbox )



जब बात आती है खरीदारी की तो उसके लिये अभी कोई महिला मना नहीं करती है। चाहे वो घरेलू महिला हो या कामकाजी महिला। खरीदारी करना सभी को अच्छा लगता है। कई बार महिलाओं को खरीदारी करने की इतनी ज्यादा आदत पड़ जाती है कि वो शाँपिंग मेनिया की भी शिकार हो जाती हैं। एक तरफ से देखा जाए तो खरीदारी महिला करे या पुरुष हर किसी के मन को भाति है, पर पुरुषों की उपेक्षा महिलाओं में खरीदारी का सबसे ज्यादा उत्साह होता है, जिसके कारण वो खरीदारी के दौरान कई बार गलतियाँ भी कर जाती हैं।

अगर देखा जाए तो बहुत कम ऐसी महिलाएं होती हैं जिनमें सही ढंग से खरीदारी करने का गुण होता है यानी मजा उठाने के साथ-साथ सही कीमत से लेकर सही वास्तु को पहचाने का गुण, क्योंकि अक्सर यही देखने में आता है कि जब कोई महिला खरीदारी के लिये जाती है तो वह उस सामान की बाहरी बनावट व ब्रांड की तरफ आकर्षित होकर उत्पाद को खरीदती हैं बजाय इस बात के ध्यान दिए कि उसकी गुणवत्ता कैसी है, जो कीमत आप उसकी चुका रहे हैं वो उसके अनुरूप है कि नहीं। इस तरह की कई छोटी-मोटी गलतियाँ हो जाती है। इस गलती की एक वजह आप में खरीदारी करने के सही तरीके की जानकारी का न होना है। इसलिए जानें अच्छे उपभोगता बनने के कुछ उपाय -

सबसे पहले तो आप अच्छे उपभोगता बनने के लिये खरीदारी करने से पहले आप अपना बजट और क्या सामान खरीदना है यह तय कर लें। यानी पूरी सूची तैयार कर लें ताकि वहां समय व्यर्थ न हो।
खरीदारी करने से पहले आप एक बार पूरे बाजार का निरीक्षण कर लें। हो सकता है जो आप खरीदना चाहते  हैं उसमें और भी कुछ नया आया हो।
समय-समय पर आने वाली योजनाओं से अवगत होते रहें और उसका पूरा लाभ भी उठाने की कोशिश करें।
समय-समय पर आने वाली योग्जानों के साथ-साथ आप छूट का भी पूरा-पूरा फायदा उठाएं। छूट का सामान खरीदने से पहले आप सामान के बारे में अच्छे से पता कर लें, तभी खरीदारी करें और साथ में कितने दिनों के लिये छूट है इसकी भी पूरी जानकारी कर लें।
खरीदारी में आप चुनिन्दा चीजों की ही खरीदारी करें। अनावश्यक चीजों की खरीदारी पर अपना समय और पैसा दोनों व्यर्थ न करें।
उत्पाद खरीदने से पहले आप उत्पाद की एक्स डेट व सही कीमत की जांच कर लें। यदि वास्तु के खराब होने की तिथि नजदीक है तो वह सामान खरीदने से बचें।
बिल का करते समय आप एक बार सामान पूरी तरह से जांच लें। साथ में सामान में पड़े मूल्यों को रसीद मिला लें और जितना एमआरपी है उतना ही दें उससे अधिक नहीं।
आप माँल की जगह किसी साधारण दुकान में भी खरीदारी कर सकते हैं, इससे आपका बजट भी नहीं बिगड़ेगा।
आप समय बचाने के लिये ऑनलाइन शौपिंग भी कर सकते हैं।
अगर आप ब्रांड चूजी हैं और आपको किसी दूसरे सस्ते ब्रांड में कोई चीज पसंद आ रही है तो आप उसे भी जरूर ट्राई करें। इस तरह से आप पैसे बचाने के साथ दूसरे ब्रांड के बारे में जान सकते हैं। हो सकता है वो आपको  ज्यादा पसंद आए।
फैशन में हर रोज ज्यादा कुछ न कुछ नया बदलाव आता रहता है। इसलिए आप एक्सेसरीज लेकर आउट फिट तक में ऐआ कलेक्शन पसंद करें, जिसमें इन और आउट फैशन का झंझट न रहे। नहीं तो रोज आप फैशन के हिसाब से खरीदारी ही करते रह जाएंगे।
आप खरीदारी जल्दी-जल्दी न करें। एक खरीदारी से दूसरी खरीदारी के बीच में कम से कम 20 से 25 दिनों का अंतर जरूर रखें।
खरीदारी के दौरान बिल का भुगतान नकद रूप से करें। डेबिट और क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से बचने की कोशिश करें।
खरीदारी करते वक्त अगर आप किसी उत्पाद को लेकर संशय में है तो उसे ना ही खरीदें।