04 फ़रवरी 2011

बढाएं अपनी रोजगार क्षमता


बिहार की मोनिका डोगरा बेहतर शैक्षणिक रिकार्ड के बावजूद मुम्बई में अपना ड्रीम Job पाने में नाकाम रहीं. Networking के एक कोर्स पर 45,000 रूपये खर्च करने के बाद भी वह अपने लिये ऐसी नौकरी नहीं तलाश सकीं जिससे उन्हें अपने रोजाना के खर्चों के अलावा पढाई का खर्च उठाने में भी मदद मिलाती. उन्हें Computer Product बेचने वाली एक दुकान में महज 2500 रूपये मासिक वेतन पर एक Technical Support Job ही मिल सका. इसके पीछे मुख्य वजह यह थी कि मोनिका को English बोलनी नहीं आती थी.

दरअसल मोनिका समझ ही नहीं पाई कि पढाई-लिखाई के अलावा आप English, Soft Skills और Personality Development की ट्रेनिंग के जरिये Corporate जगत की जरूरत के मुताबित बन सकते हैं. तभी मोनिका को अपने कुछ परिचितों की मदद से तीन महीने के एक कोर्स के बारे में पता चला जिससे उसकी जरूरतें पूरी हो सकती थीं. सोमवार से शनिवार तक रोज आठ घंटे चलने वाली इस कक्षा में प्रशिक्षकों ने मोनिका को अपना अँग्रेजी शब्दज्ञान, व्याकरण और बोलने का लहजा बेहतर करने के साथ-साथ आत्मविश्वास बढाने में भी मदद की.

अँग्रेजी भाषा का ज्ञान और बोलचाल का लहजा सुधरने के साथ अब मोनिका की आय चार अंकों के बजाय पांच अंकों की श्रेणी में पहुच गई. यहाँ पर यह समझना जरूरी है कि अँग्रेजी एकमात्र योग्यता नहीं है, बल्कि आपको Corporate एटीकेट का भी ज्ञान होना चाहिए, जिनके बारे में कई बार एमबीए छात्रों को भी पता नहीं होता. इसके अलावा Corporate एटीकेट और मैनरिज्म कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन पर छोटे शहरों में ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता. त्रिची, शिलांग, मालदा और मोगा जैसी जगहों पर मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, कामर्स व हास्पिटैलिटी  इत्यादी की पढाई कर रहे अनेक छात्र अब ऐसे कार्यक्रमों को भी अपना रहे हैं, जिससे उनकी रोजगार पाने की क्षमता में इजाफा हो. किसी भी Job में दूसरे व्यक्तियों के साथ प्रभावी Communication की जरूरत होती है. Selectors ऐसे कर्मियों की तलाश में रहते हैं जो दूसरों के सामने अपनी बात स्पष्ट ढंग से रख सकें.

फंडा यह है कि.....                                                                                                      
यदि आप बेहतर नौकरी हासिल करना चाहते हैं तो आपको ऐसी क्षमताओं से लैस होना होगा जो कारपोरेट जगत के हिसाब से जरूरी है.