Corporate World में इस बात पर विश्वास किया जाता है 'The Trick to live your life is to make shure that you don't die waiting for Prosperity to Come' इसका मतलब है कि 'आप अपनी जिन्दगी एक्टिव होकर जियें'. हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठे. आपको ऐसी परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़े, जिसमें आप इनेक्टिव होकर सम्पन्नता के आने के इंतज़ार में मर जाएं.
इस तरह की जिन्दगी का उधाहरण आपको सोनी कंपनी के Co-Founder. akio morita की लाइफ का अध्ययन करने से मिलता है. इनका जन्म 26 जनवरी 1921 में हुआ था. इनकी फैमिली की 14 पीढियां व्यापार ही करती आई थी. इनको स्कूल से ही इस तरह से ग्रूम किया गया कि इनको बड़ा होकर अपना पुश्तैनी व्यापार संभालना है. परन्तु ये अपने पुश्तैनी व्यापार पर डिपेंड होकर नहीं बैठे. इन्होने पहले जापानी नेवी को ज्वाइन किया. और वहीं उनकी मुलाक़ात मासुरीइबूका से हुई, जो सोनी कंपनी के Co-Founder बने. इन दोनों ने 7 मई 1946 को अपनी कंपनी की स्थापना की और एक्टिवली अपने इलेक्ट्रोनिक के बिजनेस में रम गए. इन्होने प्रारम्भ में ही यह सोच लिया था कि टेक्नोलाँजी के विकास के कारण इस संसार की विशालता कम होती जा रही है. अब यह सम्भव है कि जापान से बाहर निकलकर पूरे संसार पर छाया जा सकता है. इस सोच के साथ akio morita ने जापान को छोड़कर अपनी फैमिली के साथ अमरीका शिफ्ट हो गए. उन्होंने माना कि अमरीका में रहकर वह उनके कल्चर को अच्छी तरह से समझ सकते हैं, और उसके अनुसार अपने प्रोडक्ट बना सकते हैं. उनके दिन-रात की मेहनत का परिणाम था कि सोनी संसार की पहली कंपनी थी जिसने 50 के दशक में ट्रांजिस्टर पर आधारित रेडियो बाजार में पेश किया.
1994 में इनको सुबह के वक्त टेनिस खेलते हुए ब्रेन हैमरेज हुआ और 1995 में इन्होने सोनी की चेयरमैनशिप से इस्तीफा दिया. इन्होने अपना सक्सेसर नोरिओ को बनाया. ये वो व्यक्ति थे जिन्होंने akio morita को एक पत्र लिखकर सोनी के टेप रिकाँर्डर की क्वालिटी की जमकर बुराई की थी. इस पत्र के बाद akio morita ने उन्हें सोनी में ज्वाइन करवा लिया था. akio morita की जिन्दगी सुपरएक्टिव थी. ब्रेन हैमरेज होने के दो महीने पहले के उनके शिड्यूल का अध्ययन करेंगे, तो हम पायेंगे कि वे अधिकतर समय वर्ल्ड टूर पर रहे जिसमें वे अपने कर्मचारियों, डीलरों, ग्राहकों से मिलते रहे. इनके मिलने वालों में छोटे से लेकर बड़े आदमी सभी शामिल थे. वे क्वीन एलीजाबैथ, जैक वेल्च, फ्रांस के प्रेसीडेंट जैक चिराक आदि से भी मिले. शायद उनको पता था कि जिन्दगी को एक्टिव होकर जीना चाहिए उनकी एक्टिव लाइफ का ही परिणाम है कि सोनी आज एक वर्ल्ड ब्रांड है.
मंत्र: हाथ पर हाथ धरकर जीने के बजाय एक्टिव लाइफ जीना बेहतर है.
इस तरह की जिन्दगी का उधाहरण आपको सोनी कंपनी के Co-Founder. akio morita की लाइफ का अध्ययन करने से मिलता है. इनका जन्म 26 जनवरी 1921 में हुआ था. इनकी फैमिली की 14 पीढियां व्यापार ही करती आई थी. इनको स्कूल से ही इस तरह से ग्रूम किया गया कि इनको बड़ा होकर अपना पुश्तैनी व्यापार संभालना है. परन्तु ये अपने पुश्तैनी व्यापार पर डिपेंड होकर नहीं बैठे. इन्होने पहले जापानी नेवी को ज्वाइन किया. और वहीं उनकी मुलाक़ात मासुरीइबूका से हुई, जो सोनी कंपनी के Co-Founder बने. इन दोनों ने 7 मई 1946 को अपनी कंपनी की स्थापना की और एक्टिवली अपने इलेक्ट्रोनिक के बिजनेस में रम गए. इन्होने प्रारम्भ में ही यह सोच लिया था कि टेक्नोलाँजी के विकास के कारण इस संसार की विशालता कम होती जा रही है. अब यह सम्भव है कि जापान से बाहर निकलकर पूरे संसार पर छाया जा सकता है. इस सोच के साथ akio morita ने जापान को छोड़कर अपनी फैमिली के साथ अमरीका शिफ्ट हो गए. उन्होंने माना कि अमरीका में रहकर वह उनके कल्चर को अच्छी तरह से समझ सकते हैं, और उसके अनुसार अपने प्रोडक्ट बना सकते हैं. उनके दिन-रात की मेहनत का परिणाम था कि सोनी संसार की पहली कंपनी थी जिसने 50 के दशक में ट्रांजिस्टर पर आधारित रेडियो बाजार में पेश किया.
1994 में इनको सुबह के वक्त टेनिस खेलते हुए ब्रेन हैमरेज हुआ और 1995 में इन्होने सोनी की चेयरमैनशिप से इस्तीफा दिया. इन्होने अपना सक्सेसर नोरिओ को बनाया. ये वो व्यक्ति थे जिन्होंने akio morita को एक पत्र लिखकर सोनी के टेप रिकाँर्डर की क्वालिटी की जमकर बुराई की थी. इस पत्र के बाद akio morita ने उन्हें सोनी में ज्वाइन करवा लिया था. akio morita की जिन्दगी सुपरएक्टिव थी. ब्रेन हैमरेज होने के दो महीने पहले के उनके शिड्यूल का अध्ययन करेंगे, तो हम पायेंगे कि वे अधिकतर समय वर्ल्ड टूर पर रहे जिसमें वे अपने कर्मचारियों, डीलरों, ग्राहकों से मिलते रहे. इनके मिलने वालों में छोटे से लेकर बड़े आदमी सभी शामिल थे. वे क्वीन एलीजाबैथ, जैक वेल्च, फ्रांस के प्रेसीडेंट जैक चिराक आदि से भी मिले. शायद उनको पता था कि जिन्दगी को एक्टिव होकर जीना चाहिए उनकी एक्टिव लाइफ का ही परिणाम है कि सोनी आज एक वर्ल्ड ब्रांड है.
मंत्र: हाथ पर हाथ धरकर जीने के बजाय एक्टिव लाइफ जीना बेहतर है.
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