एक ऐसा Topic है जिसके बारे में हर Meetings या Business Deal के दौरान चर्चा होती है, वह है Time Management, Time Manage कैसे किया जाए? यहाँ इसका जवाब पेश है. आप एक Paper Sheet लें और उसके शीर्ष पर 'बेहद अहम' लिख लें. ऐसी बेहद-बेहद अहम चीजों को याद करें, जिनके बगैर आप जिन्दगी से हाथ धो सकते हैं, आपकी नौकरी छूट सकती है, आपकी जमापूंजी ख़त्म हो सकती है या आपका परिवार छूट सकता है. ज्यादातर समय तो इस Column में कुछ भी ऐसा लिखने को नहीं मिलेगा.
अब इस कागज़ पर एक खडी रेखा खींचते हुए इसे दो हिस्सों में बाँट दें और उसके दोनों ओर 'Urgent व 'Non-Urgent' लिख लें. इनके नीचे आप अपनी समझ के मुताबिक Urgent व Non-Urgent कार्यों को लिखें. आप 'Urgent Column के अंतर्गत तो कई Points लिख सकते हैं, लेकिन 'Non-Urgent' काँलम में कुछ भी लिखने में मुश्किल हो सकती है. अब उस 'Non-Urgent' को काटकर वहां 'अपने व अपने परिवार के लिये निवेश' के बारे में लिखें. यहाँ आप जो Points लिखेंगे, उन्हें देखकर हैरत हो सकती है. यहाँ पर Carrier और Health जैसे विषयों के अलावा आप यह भी लिख सकते हैं कि आपके बच्चे को मैट्रिक के बाद या Graduation अथवा Post Graduation में कौन सा कोर्स करना चाहिए. अब इस Chart को गौर से देखें. तमाम जरूरी व Urgent काम जो आपको अपने लिये करने हैं, वे अपने या अपने परिवार के लिए निवेश Column के अंतर्गत आ जाते हैं, जबकि बाकी सारे काम जो आसानी से अपने सहकर्मियों या किसी और को दे सकते हैं, 'Urgent' Column के अंतर्गत आ जाते हैं. इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपके Ideas कितने जबरदस्त हैं और आपका उत्पाद कितना बेहतरीन हैं. यदि आपके पास ग्राहकों की शिकायतों पर गौर करने का समय नहीं है तो आपका बिजनेस ख़त्म हो जायेगा.
यहीं आकर Choice Management की महत्ता समझ में आती है. चूंकि आप हर काम खुद करना चाहते हैं, इसलिए आपके पास समय नहीं होता. आपको काम बांटना होगा. अपने पास कम से कम काम रखते हुए यह समझना होगा कि आस-पास क्या चल रहा है. आपके पास जितना अधिक वक्त होगा, उतने बेहतर ढंग से आप अपना काम Manage कर पायेंगे.
अब इस कागज़ पर एक खडी रेखा खींचते हुए इसे दो हिस्सों में बाँट दें और उसके दोनों ओर 'Urgent व 'Non-Urgent' लिख लें. इनके नीचे आप अपनी समझ के मुताबिक Urgent व Non-Urgent कार्यों को लिखें. आप 'Urgent Column के अंतर्गत तो कई Points लिख सकते हैं, लेकिन 'Non-Urgent' काँलम में कुछ भी लिखने में मुश्किल हो सकती है. अब उस 'Non-Urgent' को काटकर वहां 'अपने व अपने परिवार के लिये निवेश' के बारे में लिखें. यहाँ आप जो Points लिखेंगे, उन्हें देखकर हैरत हो सकती है. यहाँ पर Carrier और Health जैसे विषयों के अलावा आप यह भी लिख सकते हैं कि आपके बच्चे को मैट्रिक के बाद या Graduation अथवा Post Graduation में कौन सा कोर्स करना चाहिए. अब इस Chart को गौर से देखें. तमाम जरूरी व Urgent काम जो आपको अपने लिये करने हैं, वे अपने या अपने परिवार के लिए निवेश Column के अंतर्गत आ जाते हैं, जबकि बाकी सारे काम जो आसानी से अपने सहकर्मियों या किसी और को दे सकते हैं, 'Urgent' Column के अंतर्गत आ जाते हैं. इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपके Ideas कितने जबरदस्त हैं और आपका उत्पाद कितना बेहतरीन हैं. यदि आपके पास ग्राहकों की शिकायतों पर गौर करने का समय नहीं है तो आपका बिजनेस ख़त्म हो जायेगा.
यहीं आकर Choice Management की महत्ता समझ में आती है. चूंकि आप हर काम खुद करना चाहते हैं, इसलिए आपके पास समय नहीं होता. आपको काम बांटना होगा. अपने पास कम से कम काम रखते हुए यह समझना होगा कि आस-पास क्या चल रहा है. आपके पास जितना अधिक वक्त होगा, उतने बेहतर ढंग से आप अपना काम Manage कर पायेंगे.
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