जैसे एक मजबूत मकान बनाने के लिए मजबूत नींव का होना बहुत जरूरी होता है। वैसे ही प्यार का महल खड़ा करने के लिए सत्य और विश्वास की नींव का होना बहुत जरूरी है। अगर आपके प्यार रूपी महल की नींव कमजोर होगी तो प्यार के इस महल को गिरने में कुछ पल ही लगेंगे। अगर देखा जाए तो हर रिश्ते की बुनियाद सत्य पर ही रखनी चाहिए, वरना घुँघरू एवं पायल की तरह रिश्ता टूटने में कोई ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
घुँघरू की पायल से पहली मुलाकात एक शादी समारोह में हुई। समारोह में 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे' की नायिका सिमरन सी दिखने वाली पायल ने घुँघरू को आकर्षित किया। दोनों में खूब बातें हुई, अक्सर जब दो अजनबी मिलते हैं, तो बात आगे बातों से ही बढ़ती है। दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई।
पायल के लिए घुँघरू अब कुछ भी कर सकता था। अभी इस दोस्ती को एक महीना ही हुआ था कि घुँघरू एवं पायल ने खुद को शादी के बंधन में बांधने की ठान ली। घूंगरू के घरवाले तो राजी हो गए, लेकिन पायल ने शादी के बारे में अपने घर बताना उचित नहीं समझा। घूंगरू ने अपने घर पर ही शादी समारोह की पूरी तरह करवाई, वहीं पर ही पायल घूंगरू की दुल्हन बन गई। दोनों ने शादी कर ली, लाखों रुपए घुँघरू ने अपनी पायल के लिए खर्च दिए। इसके कुछ दिनों बाद दोनों हनीमून के लिए भी गए, वहाँ पर भी घुँघरू पायल ने बहुत मस्ती की।
घुँघरू पायल को उसके घर छोड़ आया और ये कहते हुए सदा के लिए रिश्ता तोड़ आया कि ये तलाक का नाटक मुझे इसलिए खेलना पड़ा क्योंकि तुमने मुझसे सच छुपाया, तुमने मेरे विश्वास को तोड़ा है। घुँघरू अब सच जान चुका था कि पायल तलाकशुदा ही नहीं उसका चरित्र भी अच्छा नहीं। उसके बाद घुँघरू और पायल के रास्ते अलग-अलग हो गए। अगर आप चाहते हो कि आपका प्यार इस रिश्ते की तरह तार-तार न हो तो, प्यार की नींव सत्य पर रखें।
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