पिछले साठ सालों में वैसे तो दुनिया में काफी कुछ बदला है, लेकिन सौंदर्य के मामले में हमारे मानकों में भी बड़ी तब्दीली आई है। खासकर महिलाओं के मामले में। महिलाओं के सौंदर्य का पैमाना काफी कुछ बदल गया। इसकी सीधी वजह आज के दौर की लाइफ स्टाइल है। 1949 में महिलाओं की सुंदरता का पैमाना आज की महिला की सुंदरता और उसकी फिगर के हिसाब से बिल्कुल अलग है। 1949 के जमाने में 37-27-39 को आदर्श फिगर माना जाता था। जबकि , आज के दौर में 38-34-40 को महिलाओं का आइडियल फिगर माना जाता है। आइए देखते हैं कि किस तरह महिला की खूबसूरती का पैमान इन 60 सालों में बदल गया है :
लंबाई
1949 में : 5 फुट दो इंच
2009 में 5 फुट चार इंच
वजह : बेहतर डाइट , अच्छे घर और अच्छी दवाइयों की वजह से महिलाओं की ग्रोथ बढ़ी।
वजन
1949 में : 61 किलो
2009 : 65 किलो
वजह : फैट , शुगर , अल्कोहल का ज़्यादा इस्तेमाल। कम घरेलू काम और बेहतर ट्रांसपोर्टेशन।
ब्रेस्ट
1949 में : 37 बी
2009 में : 38 सी (+)
वजह : ब्रेस्ट का साइज बढ़ने की एक वजह है मोटापा बढ़ना , मिनोपॉज यानी मासिक धर्म के दौरान हार्मोन थेरेपी।
कमर
1949 में : 27 इंच
2009 में : 34 इंच
वजह : सैचुरेटेड फैट वाली डाइट लेना और कम कसरत के चलते महिलाओं की वेस्टलाइन बढ़ गई है।
हिप्स
1949 में : 39 इंच
2009 में : 40 इंच
वजह : 60 सालों में ज़्यादा बदलाव नहीं। एस्ट्रोजन लेवल के असंतुलित होने के नाते फैट अब हिप्स की बजाय कमर पर इकट्ठा होती है।
पैरों का आकार
1949 में : 3.5
2009 में : 6
वजह : भारी शरीर को थामने के लिए पैर भी ज्यादा चौड़े और बड़े होने चाहिए। यही वजह है कि अब महिलाओं के पैरों का आकार पहले की तुलना में बढ़ गया है।
उम्र
1949 में : 70.9
साल 2009 में : 81.5
वजह : ज़्यादा साफ सुथरा रहन - सहन और भोजन आदि की आदतें। बेहतर दवाएं और पोषण भी महिलाओं की लंबी उम्र और सुंदरता के लिए जिम्मेदार है।
14 मई 2010
60 सालों में कितना बदल गया है महिला का फिगर
Labels: सेक्स रिलेशन
Posted by Udit bhargava at 5/14/2010 06:00:00 am
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एक टिप्पणी भेजें