अंजली और शरवरी कॉफी हाऊसमें एकदुसरेके सामने बैठे थे और दोनो अपने अपने सोच मे डूबी धीरे धीरे कॉफीकी चुस्कीयां ले रही थी. उनमें एक अजिबसा सन्नाटा फैला हुवा था. आखिर अंजलीने उस सन्नाटेको भंग किया -
'' बराबर 2 दिन हो गए है ... उसकी अगली मेल अभीतक कैसे नही आई ? ''
'' शायद उसे शक हुवा होगा '' शरवरीने कहा।
'' ऐसाही लगता है ... '' अंजली आह भरती हुई बोली।
'' मुझे लग रहा था की इस बार हम उसे पकडनेमें जरुर कामयाब होंगे ... लेकिन अब मुझे चिंता होने लगी है की हम उसे कभी पकडनेमें कामयाबभी होंगे की नही '' अंजलीने कहा।
'' और हा उसे शक होना भी उतनाही खतरनाक है... उसने सारे फोटो अगर इंटरनेटपर डाले तो सारा ही खेल बिगड जाएगा ... और बदनामीभी होगी वह अलग '' शरवरीने कहा।
अंजलीने अपने सोचमें डूबे हूए हालतमें सिर्फ सर हिलाया।
'' एकही झटकेमें उसे पकडना जरुरी है ... नही तो अपना प्लान पुरा फेल हो जाएगा '' अंजलीने कहा ....
.... हॉलमें चल रहे तालीयोंकी गुंजसे अंजली अपने सोचके विश्वसे बाहर आ गई। उसने चारो तरफ अपनी नजरे दौडाई. भाटीयाजींका स्पीच खत्म हो चुका था और वे उसके बगलकेही सिटपर वापस आ रहे थे. वह उनके तरफ देखकर मुस्कुराई, मानो उनके स्पिचकी सराहना कर रही हो. उधर ऍन्कर फिरसे माईकके पास गया था और उसने ऐलान किया - '' अब मै पारितोषीक वितरणके लिए जी. एच. इन्फॉरमेटीक्सकी मॅनेजींग डायरेक्टर ... दि आय. टी वुमन ऑफ दिस इयर... मिस. अंजली अंजुळकर ... उन्हे आमंत्रित करता हूं ...''
अंजली उठ खडी होगई और माइकके पास चली गई। फिरसे हॉल तालीयोंसे गुंज उठा।
'' तो अब हम पारितोषीक वितरणके लिए आगे बढते है ... '' एन्करने माइकपर जाहिर किया।
''... जैसे आप लोग जानते हो ... इस प्रतियोगिता को जब जाहिर किया गया तब हमे इसमें भाग लेनेके लिए इच्छूक लोगोंका बहुत प्रतिसाद मिला... देशभरसे लगभग तिन हजार लोगोंके अप्लीकेशन फॉर्मस हमें मिले .... पहले छाननीमें हमनें उसमेंसे सिर्फ 50 अप्लीकेशन्स चूने ... और अब फायनलमें जो चुने है वे है सिर्फ तिन ... लेकिन उन तिन लोगोंके नाम जाननेके पहले हमें थाडा रुकना पडेगा। क्योंकी पहले हम कुछ लोगोंको कुछ प्रोत्साहनपर प्राईजेस देने वाले है ....''
प्रोत्साहनपर प्राइजेस देनेमें जादा समय न बिताते हूए ऍन्कर एक एकको स्टेजपर बुला रहा था और अंजली उनको प्राईज देकर उनको शाबासकी देकर उनकी वहांसे रवानगी कर रही थी। प्रोत्साहनपर प्राईजेस खत्म हूए वैसे लोगोंमे फिरसें उत्साह बढता हूवा दिखने लगा।
'' अब जिन तिनोंके नाम जाननेके लिए हम उत्सुक है वह वक्त आ चुका है ... सबसे पहले मै तिसरा प्राईज जिसे मिला उस प्रतियोगीका नाम जाहिर करने वाला हूं ... '' एन्करने सब लोगोंकी जिज्ञासा और बढाते हूए एक बडा पॉज लिया , '' तिसरा प्राईज है 1 लाख रुपये कॅश और मोमेंटो... तो थर्ड प्राईज... मि। अमोल राठोड फ्रॉम जयपूर... प्लीज कम ऑन द स्टेज... ''
हॉलमें तालियां गुंजने लगी। एक पतलासा सावला 20 -22 जिसकी उम्र होगी ऐसा एक लडका सामनेके दसमेंसे एक कतारमेंसे खडा होकर स्टेजकी तरफ जाने लगा। उस प्रतियोगीकी तरफ देखकर किसे लगेगा नही की उसे तिसरा प्राईज मिल सकता है ... लेकिन उसके चलनेमें एक जबरदस्त आत्मविश्वास झलक रहा था। अमोल राठोड स्टेजपर आया। जिस आत्मविश्वाससे वह चला था उसी आत्मविश्वासके साथ उसने पुरस्कारका स्विकार किया और अंजलीसे हस्तांदोलन किया। हॉलमें मेडीयाकी भी काफी उपस्थिती थी। पुरस्कार स्विकार करते वक्त बिजली चमकें ऐसे फोटोंकें फ्लॅश दोनोंके उपर चमक रहे थे।
फिरसे हॉलमें मानो जोरसे बारिश हो ऐसे लोगोंने तालियां बजाई। अमोल राठोड स्टेजसे उतरकर फिरसे अपने कुर्सीकी तरफ जाने लगा वैसे ऍन्कर दुसरा प्राईज जिसे मिला उसके नामका ऐलान करनेके लिए सामने आया,
'' दुसरा पारितोषीक है 1।5 लाख रुपये कॅश और मोमेंटो... तो थर्ड प्राईज गोज टू... मिस. अनघा देशपांडे फ्रॉम पुणे ... प्लीज कम ऑन द स्टेज... ''
हॉलमें फिरसे तालियां बजने लगी। एक गोरी उंची पतली नाजूकसी लगभग 20-21 सालकी युवती स्टेजपर आने लगी। अंजली शायद वह खुदभी एक स्त्री होनेसे उस लडकीकी तरफ आंखे भरकर देख रही थी। अनघा स्टेजपर अंजलीके पास आ गई। पुरस्कार देकर अंजलीने उसे गले लगा लिया। फिरसे कॅमेरेके फ्लॅश जैसे बिजली चमके ऐसे चमकने लगे।
पहले CH-1 पर जाएँ।
08 फ़रवरी 2010
Hindi Book - ELove CH-25 तालीयोंकी गुंज
Posted by Udit bhargava at 2/08/2010 06:31:00 pm
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