कर्मो का हमारे जीवन में बहुत महत्व है यह दो प्रकार के होते है-
अच्छे और बुरे
अच्छे करम ही मनुष्य को सही राह देते है, यह ही हमारी कदम कदम पर रक्षा करते है, अगर मनुष्य के पास बहुत धन है और उसके पास अच्छे करम नही है तो इस समाज में उसे बड़ा गरीब कोई नही है, ईश्वर की प्राप्ति भी कर्मो पर निर्भर है, अगर हम दिन में एक भी अच्हा करम करे तोह वो भी भगवान की पूजा के समान है, मन को शान्ति मिलती है. ईश्वर के चरणों में जगह मिलती है, मरनो उपरांत अच्छे करम ही साथ जाते है
निस्काम्भाव कर्म
जो करम निश्काम्भाव से हो वो भगवान को अधिक प्रिये होते है जिसमे कोई इछा न हो , अगर कर्म करा है तो उसका फल भी जरुर मिलेगा, भाव रखने से उसका यश खत्म हो जाता है
और बुरे करम हमेशा ग़लत ही राह पर लाते है, शुरू में जरुर खुशी मिलते है पर अंत बुरा होता है, बुरे करम हमे ईश्वर से दूर कर देते है, दिन में एक भी बुरा करम करने से अच्छे 10 करम खत्म होते है, कदम कदम पे हर कार्ये में भय सताता रहता है
तो आज हम सब मिलकर यह प्रण करे के जीवन में कभी भी बुरा करम नही करेंगे, बुरे की राह पर कभी नही चलेंगे, भूले से भी किसी का बुरा न करेंगे, सदा सच पर ही चलेंगे और मालिक से भी यह ही प्राथना करेंगे की वह हमेशा हमे सच की ही राह दिखाए.....ॐ सी राम
26 जून 2010
कर्मो का महत्व ( The importance of deeds )
Posted by Udit bhargava at 6/26/2010 02:47:00 pm
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Bhaii dil khush kar diya....mujhe project banana tha..aur mujhe matter mil gaya..I thnk u a lot
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