दी फिल्म इंडस्ट्री की ग्लैमरस और सेक्सी अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने जिस तेजी से शोहरत और कामयाबी हासिल की वह अपनेआप में एक मिसाल है। जिस समय उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा की यह नाजुक सी लड़की, जिसे हिंदी बिलकुल नहीं आती, बड़ी-बड़ी हीरोइनों को टक्कर देने वाली है। इसे कैटरीना की लगन कहें या उन का आकर्षण की वे धीरे-धीरे निर्देशकों की पहली पसंद बन गई हैं।
16 जुलाई, 1984 में हांगकांग में जनमी 26 वर्षीय कैटरीना कैफ कश्मीरी पिता और ब्रिटिश माँ की संतान हैं। उन के पिता मोहम्मद कैफ और माँ का नाम सुजेन तुरकोती है। कैटरीना कैफ के 7 भाईबहन हैं।
कैटरीना का बचपन हवाई में बीता और बाद में व इंगलैंड चली गईं। कैटरीना तब काफी छोटी थीं जब उन के माता-पिता अलग हो गए थे। कैटरीना ने 14 साल की उम्र में मॉडलिंग शुरू कर दी थी।
एक दिन लन्दन मूल के एक फिल्मकार कैजाद गुस्ताद ने उन्हें देखा और अपनी फिल्म 'बूम' में रोल दिया। फिल्म में उन्होंने एक सुपर मॉडल का किरदार निभाया और इस फिल्म के साथ वे पहली बार परदे पर नजर आईं।
इस के बाद बौलीवुड में अपनी कैरियर बनाने एक लिये कैटरीना कैफ मुंबई आ गईं और यहाँ से शुरू हुआ उन का कामयाब सफ़र। आज कैटरीना कैफ के खाते में 20 हिंदी, तेलगु और मलयालम की 20 फ़िल्में हैं।
कैटरीना को पहली कामयाबी मिली 2005 में फिल्म 'सरकार' से, जिस में उन्होंने अभिषेक बच्चन की गर्लफ्रैंड का रोल प्ले किया था।
इस के बाद 'मैं ने प्यार क्यों किया' में वे सलमान खान के अपोजिट थीं। 2007 में कैटरीना 'नमस्ते लन्दन' में नजर आईं, जिस में उन्होंने ब्रिटिश इन्डियन लड़की का रोल निभाया।
कदम दर कदम कामयाबी
कैटरीना कैफ कदम दर कदम कामयाबी की सीढियां चढ़ती रहीं। अभिनेता जौन अब्राहम और नील नितिन मुकेश के साथ 2009 में रिलीज फिल्म 'न्यूयार्क' में कैटरीना के काम को फिल्म समीक्षों द्वारा खूब सराहा गया।
इस वर्ष वे प्रकाश झा की फिल्म 'राजनीति' और फराह खान की 'टीस मार खान' में नजर आ रही हैं।
कैटरीना ने हिन्दी फिल्मों में स्थापित होने के लिये हिंदी सीखी। दर्शकों को उन की अँग्रेजी और टूटीफूटी हिन्दी का मिक्सचर काफी पसंद आया। उन्होंने साबित कर दिखाया है की अगर कुछ करने की चाह हो तो भाषा या सरहद कामयाबी के आड़े नहीं आ सकती।
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