उष्ट्रासन
उष्ट्रासन करने पर रीढ़ में से गुजरने वाली स्त्रायु कोशिकाओं में एक तनाव पैदा होता है जिसके कारण उनमें खून का संचार बढ़ जाता है । इससे याददाश्त में बढ़ोतरी होती है। रोजाना तीन मिनट तक लगातार अभ्यास से बहुत फायदा होता है।चक्रासनचक्रासन करने से मस्तिष्क की कोशिकाओं में खून का प्रवाह बढ़ जाता है। खून मस्तिष्क की उन कोशिकाओं में पहुंचना शुरू हो जाता है, जहां पहले खून पूरी मात्रा में नहीं पहुंचता था। जैसे ही खून का प्रवाह निस्तेज कोशिकाओं में होने लगता है मस्तिष्क की पियूष ग्रंथि द्वारा स्रावित हार्मोन घूसर द्रव्य व प्रमस्तिष्क के कार्य का सफलतापूर्वक संपादन करता है। इसका नियमित अभ्यास आंख, मस्तिष्क आदि में फायदेमंद होता है।त्राटकस्मरण शक्ति का सीधा संबंध मन की एकाग्रता से होता है। मन जितना एकाग्र होता है, बुद्धि उतनी ही पैनी व स्मरण शक्ति उतनी ही मजबूत होती है। तीस मिनट त्राटक का नियमित अभ्यास एकाग्रता में बढ़ोतरी करता है। बगैर पलक झपकाए एकटक किसी भी बिंदु पर अपनी आंखें गड़ाए रखना त्राटक कहलाता है। त्राटक से मस्तिष्क के सुप्त केंद्र जाग्रत होने लगते हैं,जिससे याददाश्त में बढ़ोतरी होती है।
योग आसन करने क़ी विधि यहाँ देखें :-
सुप्त-वज्रासन
सूर्य नमस्कार
ताड़ासन
उष्ट्रासन
वज्रासन
वक्रासन
विपरीत नौकासन
विपरीतकर्णी आसन
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