20 अप्रैल 2011

साहसी बनो प्रयोग करो

डिश की तरह ही सफलता की रेसिपी में भी कुछ मसाले लगते हैं। इंसान के गुण यदि चावल हैं तो पानी हुनर है कोइ भी इन्हें सीखने की आंच पर तपा कर बेहतर बना सकता है। फिर बेचने की कला मिलाओ 'स्वादिष्ट सफलता' तैयार। 
 
प्रयोग : पुराने नियमों के आधार पर सिर्फ खोज की जा सकती है, आविष्कार नहीं होते। मैं हमेशा से नए-नए प्रयोग करता रहा हूँ। शायद मेरी सफलता का राज भी यही है। बस साहस करके आपको अपने खुद के प्रयोग करने होंगे। नए की तलाश करनी होगी। परम्परा से बांध कर आप साहसी नहीं बन सकते। मैं एक फिल्म निर्देशक के साथ सेट पर था, उसके काम को गौर से देख रहा था। एक कलाकार काफी कोशिश के बावजूद अपना किरदार ठीक नहीं कर पा रहा था। मैंने इजाजत ले कर उसे करने की कोशिश की। इस प्रयोग की सफलता के बाद मैं एक कलाकार भी हूँ और फिल में भी काम कर रहा हूँ।

सोच : आम तौर पर हम तर्क और ज्ञान के आधार पर ही सभी चीजों को देखते हैं, लेकिन रचनात्मकता इन सबसे अलग और बेहतर चीज है। ज्ञान और तर्क का इस्तेमाल रचनात्मकता (नई सोच) के साथ करने से कामयाबी हासिल हो सकती है। आज दुनिया भर में लोग मेरे योगा को पसंद करते हैं, तो इस सफलता में रचनात्मकता प्रमुख वजह है। मैंने योग को भी एक ले दी. योग नृत्य शुरू किया। योग का अभ्यास करने की जगह को मैं स्टूडियो कहता हूँ।

खोज : अगर आप्मने कामयाबी हासिल करने की चाहत है तो इसके लिए खुद में खोज करनी होगी। एक हद तक खतरे उठाने के लिए भी तैयार रहना होगा। आम तौर पर हमें अपनी खूबियों का पता तब चलता है, जब उनका इस्तेमाल करना होता। इंसान भी कुछ हद तक कई आवरणों से घिरा होता है। आम आईने में जिसे देखते हैं, दरअसल आप वह हैं ही नहीं। अपनी खूबियों का पता लगाइए। आप और शानदार आदमी हैं।

क्स्ट्रा स्ट्रोक : नई चीजें सीखने के क्रम में आप अपना ध्यान न भटकाएँ। जो सीख रहे हैं, उसका उपयोग अपने लक्ष्य को हासिल करने में करें। मैंने बताया की फिल्म की शूटिंग के दौरान मैं अभिनय का प्रयोग किया था। इसके बाद मुझे निर्देशक ई. निवासी की एक फिल्म में अभिनय के लिए कहा। मैं वह फिल्म कर रहा हूँ, किन्तु मुझे भटकना नहीं है। योग ही मेरा जीवन है और मुझे अपने इस अनुभव का इस्तेमाल भी उसी में करना है।

मेरी सफलता = प्रयोग + सोच + खोज
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भरत ठाकुर, योग गुरू