बच्चे के फेवरेट रंग सिर्फ उसकी पसंद या नापसंद नहीं होते, ये उसकी पर्सनैलिटी के बारे में भी बताते हैं।
हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा दुनिया का सबसे अच्छा, बच्चा हो, वो जहाँ भी जाए, लोगों की जबान पर उसकी तारीफ हो वो खूब नाम कमाए, कामयाबी के आसमान को छुंए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सब आपकी और बच्चे की कोशिशों पर तो निर्भर करता ही है, आपके बच्चे के पसंदीदा रंग पर भी निर्भर करता है, क्योंकि ये रंग उसकी पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ कहता हैं।
वाँयलेट - वाँयलेट यानी बैंगनी रंग पसंद करनेवाले बच्चे प्रोडब्टिव और आध्यात्मिक होते हैं। इन्हें दूसरों की हमेशा फिक्र रहती है। वाँयलेट रंग पसंद करनेवाले बच्चे हाजिरजवाब और नियमों के पके होते हैं। इन्हें ऐशो-आराम की जिंदगी पसंद होती है।
ब्लू - ब्लू रंग का चुनावर् इमानदारी, संतुलन और दूरदर्शिता दर्शाता है। अगर आपके बच्चे को ब्लू रंग पसंद है तो इसका मतलब है और अनुशासित भी। इनके पास विश्लेषण की अद्भुत क्षमता होती है और इन्हें हर बात का पूर्वाभास हो जाता है। क्योंकि इनका इंट्यूशन पावर गजब का होता है। ये बेहद संवेदनशील होते हैं और तनाव से बचना चाहते हैं।
ग्रीन - हरा रंग पसंद करनेवाले आदर्शवादी होते है। और नैतिक मूल्यों की अहमियत को समझते हैं। इन्हें संस्कारों व परपराओं से गहरा लगाव होता हैं। इन बच्चों को लोगों से मिलना-जुलना अच्छा लगता है, लेकिन ये इष्र्यालु और पवेसिव स्वभाव के होते हैं।
यलो - अगर आपके बच्चे को पीला रंग पसंद है, तो वह बुद्धिमान। भरोसेमंद और समझदार बच्चा है। ऐसे बच्चे क्रिएटिव होते हैं और इनकी कल्पनाओं में न जाने कितने रंग होते हैं। लेकिन ऐसे बच्चे थोड़े रिर्जव यानी अंतर्मुखी स्वभाव के भी होते है।
आँरेज - आँरेज रंग से खास लगाव ये दर्शाता है कि आपका बच्चा महत्वकांशी, एनजेटिक और क्रिएटिव है, साथ ही, ये इस बात का भी सबूत है कि आपका बच्चा खूबसूरत पर्सनैलिटी का मालिक है और वो जहां भी जाएगा, सबके आर्कषण का केन्द्र बन जाएगा। लेकिन आँरेंज रंग पसंद करनेवाले बच्चे थोडे नर्वस और हमेशा बेचैन रहते हैं।
रेड - अगर आपके बच्चे का पसंदीदा रंग लाल है, तो वो बेहद एनर्जेटिक, उत्साही, धैर्यवान और दूरदर्शी है लेकिन ऐसे बच्चे बेहद भावुक होते है। और बहुत जल्दी गुस्से में आ जाते हैं। ये चाहे जहां जाएं, किसी भी आर्गनाइजेशन या पोजीशन में हों-ये हमेशा टाँप पर ही होते हैं।
सोने की पोजीशन से जानें
हर बच्चा अपने माता पिता की आखों का तारा होता हैं । यही वजह है कि अपने बच्चे की हर हरकत पर उनकी नजर रहती हैं । यदि आप भी जानना चाहती है कि आपके लाडले का स्वभाव कैसा होगा तो बस उसकी स्लीपिंग पोजीशन को गौर से देखें, क्योंकि स्लीपिंग पोजिशन से भी उनके स्वभाव का पता चलता है ।
पेट मे बल सोने वाला बच्चा
जो बच्चा ज्यादातर पेट के बल सोते हैं, वे समझदार और संतुलित स्वभाव के होते हैं, लेकिन ऐसे बच्चे थोडे संकर् विचारों के भी होते हैं । उनका अपना दायरा होता है,जिसके बाहर वो दूसरों का सुझाव सुनना पसंद नहीं करते, ऐसे बच्चे नियम के पक्के होते है ये जल्दी किसी से घुल मिल नहीं पाते है पर उनके ढेर सारे मित्र होते हैं और ये अपने दोस्तों में काफी लोकप्रिय होते है ।
करवट के बल सोने वाले बच्चे
जो बच्चे करवट के बल सोते हैं और जिनके घ्टने भी सीधे रहते है उनमें गजब का आत्मविश्वास रहता हैं, जिसके कारण सफलता उनके कदम चुमती है। ऐसे बच्चे मेहनती और अपने काम के प्रति समर्पित होते हैं अगर आपका बच्चा दाहिना हाथ सिर के नीचे रखकर दाहिना करवट सोता है तो समझिए उसके भाग्य का सितारा प्रबल है।
उकडं सोने वाले बच्चे
जो बच्चे अपने घुटनों को पेट में घुसाकर सोते हैं वे बेहद भावुक होते हैं। इनमें असुरक्षा की भावना रहती है।छोटी- छोटी बातें इन्हें दुखी कर देती है। ये बच्चे अपनी जरूरतों को ज्यादा अहमियत देते हैं, जिसके चलते कभी-कभी उनका स्वभाव उन्हें स्वार्थी बना देता है
एक पैर मोडकर सोने वाले बच्चे
जो बच्चे करवट के बल पर पैर मोडकर और एक पैर सीधा रखकर सोते है,ये अंतर्मुखी होने के साथ-साथ बुद्धिमान भी होते हैं। ये कम बोलते हैं। भावुकता इन्हें पसंद नहीं। ये बच्चे दिल की बजाए दिमाग से फैसला लेते हैं।
घुटनों को हल्का-सा मोडकर सोने वाला बच्चे
जो बच्चे घुटनों को मोंडकर सोते हैं,वे दिल के सच्चे और प्यार करने वाले होते हैं। ये स्वभाव से भावुक, नम्र और शांत स्वभाव के होते है ये कई बार कठोर निर्णय लेते हैं। कुल मिलाकर इनका दिल बहुत साफ होता हैं ।
हाथों को सिर के पीछे रखकर सोने वाले बच्चे
जो बच्चे अपने दोनों हाथों को सिर के नीचे रखकर सीधे सोते हैं, वे बहुत बुद्धिमान होते हैं। ऐसे बच्चे का स्वभाव बहुत दोस्ताना होता है। ये बच्चे उन लोगों को पंसद करते हैं,जो इनके स्वभाव से मेल खाते हैं,लेकिन प्यार के मामले में ये कुछ चुजी होते हैं ।
पैरों को क्रा“स करके सोने वाले बच्चे
जो बच्चे पैरो को क्राँस करके सीधे सोते हैं,वे स्वभाव से घमंडी और धुन के पक्के होते हैं। जीवन में ठहराव को पसंद करने वाले ये बच्चे परिवर्तन को बड़ी मुश्किल से अपनाते हैं। ऐसे बच्चे हमेशा अतीत में खोये रहते हैं, इसलिए इन्हें अकेले रहना पसंद होता हैं।
हाथों और पैरों को फैलाकर सीधे सोने वाले बच्चे
ऐसे बच्चे आजाद ख्याल के होते हैं। इन्हें बंधकर रहना पसंद नही। अपनी आजादी इन्हें बहुत पसंद है। ऐसे बच्चों को गँासिप करने में मजा आता है। इन्हें ऐशो -आराम पसंद होता है, जिसके चलते ये फिजूलखर्च भी होते हैं ।
एक अच्छी जानकारी। शुक्रिया।
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