जी हां!...कुछ लोगों को आत्माओं से साक्षात्कार हुआ है!....कहतें है कि मनुष्य का शरीर नष्ट हो जाता है, लेकिन आत्मा नष्ट नहीं होती!....कुछ आत्माओं को पुनर्जन्म प्राप्त नहीं होता!...उनकी मुक्ति हो जाती है...वह आत्माएं ईश्वर रुपी शक्ती में विलीन हो जाती है!...उन्हे पुण्यात्मा कहा जाता है!...ज्यादातर आत्माएं एक शरीर का त्याग कर दूसरा शरीर धारण कर लेती है!...आत्मा को कभी पिछ्ले जन्म की याद नही रहती!....कुछ आत्माओं को रह जाती है...नया जन्म लेने के बाद भी पिछ्ले जन्म की कहानी कहने वाले लोग मिल जातें है!...ये लोग अपने पिछ्ले जन्म के ठिकाने...गांव या शहर का नाम भी बताते है...उनकी मृत्यु कैसे हुई थी यह भी बताते है!...अपने पिछ्ले जन्म के घर का पता भी बताते है....उनके माता-पिता और भाई बहनों को ...अगर वे जिंदा है तो पहचान भी लेते है!...पिछ्ले जन्म के लोगों की फोटोएं भी पहचान लेते है!....कुछ लोगों को तो अपने पिछ्ले तीन से चार जन्मों की याद होने के उदाहरण मिले हुए है!
हां..कुछ आत्माओं को नया शरीर प्राप्त नहीं होता....और वे भटकती रहती है!...ऐसी आत्माएं दुष्ट्ता पर उतर आती है!...मौका मिलते ही किसी जीवित व्यक्ति के शरीर में घुस कर उसे और उससे जुडे हुए अन्य मनुष्यों को तकलीफ देती है!...धन का नाश करती है...बिमारियां फैलाती है...गंदगी के ढेर लगाती है..कुछ आत्माएं तो जान से मार कर ही किसी शरीर को छोडती है!
कुछ आत्माएं बिना शरीर में दाखिल हुए भी किसी रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल करती है....और टेढे मेढे स्वरुप में दिखाई देती है!...उन्हे देख कर लोग डर जाते है!...पुराने आवासों मे या खंडहर या टूटे-फूटे मकानों मे बसना इन्हें अच्छा लगता है!....मनुष्य को छोड कर अन्य प्राणी इनके अस्तित्व को तुरन्त पहचान जाते है....विशेषतः कुत्ते इनकी उपस्थिति पहचान जाते है, और भौंकना शुरु कर देते है...आपने देखा होगा बिना किसी वजह के भी कुत्ता भौंकता है!....ऐसे में समझ लीजिएगा की भट्कती आत्मा वहां घूम रही है!...ऐसी आत्माओं को वहां से भगाना बहुत जरुरी हो जाता है!
देखा गया है कि कुछ भटकती आत्माएं अच्छी भी होती है और किसी की जान भी बचाती है!..बडे बडे हादसे होने वाले होते है...तब भी अच्छी आत्माएं कुछ न कुछ संकेत दे कर आने वाले संकट से हमें अवगत कराती है!...मुझे भी ऐसा ही संकेत एक आत्मा ने दिया था..उसने होने वाले ट्रेन एक्सिडैंट से मुझे आगाह कर दिया...और मेरा बचाव हो गया!..उसने ट्रेन में मौजूद अन्य लोगों को भी आगाह किया था...लेकिन वे उसका संकेत समझ नहीं पाए और जान से हाथ धो बैठे!
इस बात पर विश्वास करना चाहिए कि....अगर भगवान होता है, तो आत्माएं भी अच्छी और बुरी, दोनों तरह की होती है, जिन्हें हम भूत कहतें है!
हां..कुछ आत्माओं को नया शरीर प्राप्त नहीं होता....और वे भटकती रहती है!...ऐसी आत्माएं दुष्ट्ता पर उतर आती है!...मौका मिलते ही किसी जीवित व्यक्ति के शरीर में घुस कर उसे और उससे जुडे हुए अन्य मनुष्यों को तकलीफ देती है!...धन का नाश करती है...बिमारियां फैलाती है...गंदगी के ढेर लगाती है..कुछ आत्माएं तो जान से मार कर ही किसी शरीर को छोडती है!
कुछ आत्माएं बिना शरीर में दाखिल हुए भी किसी रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल करती है....और टेढे मेढे स्वरुप में दिखाई देती है!...उन्हे देख कर लोग डर जाते है!...पुराने आवासों मे या खंडहर या टूटे-फूटे मकानों मे बसना इन्हें अच्छा लगता है!....मनुष्य को छोड कर अन्य प्राणी इनके अस्तित्व को तुरन्त पहचान जाते है....विशेषतः कुत्ते इनकी उपस्थिति पहचान जाते है, और भौंकना शुरु कर देते है...आपने देखा होगा बिना किसी वजह के भी कुत्ता भौंकता है!....ऐसे में समझ लीजिएगा की भट्कती आत्मा वहां घूम रही है!...ऐसी आत्माओं को वहां से भगाना बहुत जरुरी हो जाता है!
देखा गया है कि कुछ भटकती आत्माएं अच्छी भी होती है और किसी की जान भी बचाती है!..बडे बडे हादसे होने वाले होते है...तब भी अच्छी आत्माएं कुछ न कुछ संकेत दे कर आने वाले संकट से हमें अवगत कराती है!...मुझे भी ऐसा ही संकेत एक आत्मा ने दिया था..उसने होने वाले ट्रेन एक्सिडैंट से मुझे आगाह कर दिया...और मेरा बचाव हो गया!..उसने ट्रेन में मौजूद अन्य लोगों को भी आगाह किया था...लेकिन वे उसका संकेत समझ नहीं पाए और जान से हाथ धो बैठे!
इस बात पर विश्वास करना चाहिए कि....अगर भगवान होता है, तो आत्माएं भी अच्छी और बुरी, दोनों तरह की होती है, जिन्हें हम भूत कहतें है!
its true
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